पुलवामा के शहीद..........
.............पुलवामा के शहीद...........
चौदह फ़रवरी सन उन्नीस का दिन वो बड़ा वीराना था,
भारतीय वीर जवानो पर जैश का हमला कायराना था।
सी आर पी एफ के जवानों का क़ाफ़िला जम्मू से पुलवामा पहुंचा था,
जैश-ए-मुहम्मद के आतंकियों ने गुप चुप वार की साज़िश का खेल रचाया था।
विस्फोटक से भरी कार का एक सैनिक बस से टकरा देना,
शहीद हुए चालीस जवान और कायरता का उदाहरण बनना।
भारतीय नहीं ये वैलेंटाइन दिवस न हम इस के पक्षपाती हैं,
नवयुवक-युवतियों को आकर्षित कर ये यौवनोन्माद को बढ़ाती है।
चौदह फ़रवरी की पीड़ा हम कभी न भुला ही सकते हैं,
निरपराध,निसनद्ध वीरों का कत्लेआम नहीं भुला हम सकते हैं।
शर्म करो अय भारतवासी जो वैलेंटाइन मनाते हैं,
भुला कर वीरों की शहादत जो यौवनोन्माद से आकर्षित होते हैं।
पुलवामा के बारह दिन में भारत वीरों ने प्रतिघात किया,
नापाक़-पाक़ की कायरता का अद्भुत साहस से परिचय दिखा दिया।
यही निवेदन हर भारतवासी से वैलेंटाइन का वहिष्कार करो,
अश्रुपूरित श्रद्धांजलि दे कर वीरों को उनकी शहादत का सम्मान करो।
आनन्द कुमार मित्तल, अलीगढ़
Gunjan Kamal
18-Feb-2023 11:23 PM
बेहतरीन
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Swati chourasia
17-Feb-2023 07:13 PM
वाह बहुत खूब 👌👌
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Renu
17-Feb-2023 01:44 PM
👍👍🌺
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